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दिल बहलता नहीं था

दिल बहलता नहीं था बहलाए रखा रात भर
तेरी यादों में दीपक जलाए रखा रात भर।

अंधेरा छटते ही तुझसे मुलाकात करेंगे
इसी उम्मीद में दिल को लगाए रखा रात भर।

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