रौनक – ए – बाज़ार पंकजोम " प्रेम " 8 years ago ए – ख़ुदा ….. जरा तू रौनक – ए – बाज़ार देख…. हर इंसान के चेहरे पर ….. मुस्कराहट का कारवाँ सिलसिलेवार देख ….. जरा एक निगाह , फ़लक पर डाल ….. नजारा – ए – आतिशबाज़ी बार – बार देख ….. Happy Diwali …… PANKAJ ” prem “