Site icon Saavan

दुश्मनी ले रहे हो बिना काम के।

दुश्मनी ले, रहे हो बिना काम के!!
ना तुम कुछ ले जा पाओगे,
ना हम कुछ ले जा पायेगे।।
केवल दो गज के कपड़े मेरे भी साथ जाएंगे,
आपके साथ भी जाएंगे।
दुनियादारी मुझे मालुम नही कुछ गलती कर बैठा हुँगा।
कर दे मुझे माँफ इस बात से–
बिजली भी गिरती ऊँची पेड़ पर गिरती।।
परवाह करता हूँ ,बहुत आपकी प्यार से हाथ, बढ़ा दे।
वरना तेरे जनाजों मे हम कम पड़ जायेंगे,
तुम कम पड़ जाओगे।
फिर से भाई का नाता बनाऊगा,
आँगन का दिवार फिर से हटाऊँगा
माँ के चेहरे पर खुशी फिर से लाऊँगा।।

ज्योति
Mob9123155481

Exit mobile version