मिलता रहे प्यार अपनो से दूर ना हो
कर न सके बात इतना मजबूर न हो
समझे एक दूसरे के जज्बात को
किसी भी परिस्थिति में क्रूर ना हो
मिलता रहे प्यार अपनो से दूर ना हो
कर न सके बात इतना मजबूर न हो
समझे एक दूसरे के जज्बात को
किसी भी परिस्थिति में क्रूर ना हो