‘देनी होगी ताकत अब दरख्तों को ज़िंदा रहने की,
वो आज हमारी राख को मिट्टी समझ बैठे हैं..’
– प्रयाग
मायने :
दरख्तों को – पेड़ों को
‘देनी होगी ताकत अब दरख्तों को ज़िंदा रहने की,
वो आज हमारी राख को मिट्टी समझ बैठे हैं..’
– प्रयाग
मायने :
दरख्तों को – पेड़ों को