Site icon Saavan

देव-पुत्र

हे वेद-पुत्र,हे देव-पुत्र
सुचि संकल्प निराले
हे वसुधा के प्यारे

है विपदा भारी जहाँ
बने अबिलम्ब सहारे

बिगड़े काज बना दे
सुचि संकल्प निराले

-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-

Exit mobile version