पुलवामा हमले में शहीद वीरों को भावभीनी श्रद्धांजलि
देश भक्ति के ये नारे हर रोज क्यों नहीं लगते।
ऐ आग हरदम सबके दिलों में क्यों नहीं जलते।।
सियासी खेल खेलने वाले क्या जाने दर्द ए ग़म।
ऐसे हमले में कभी उनके अपने क्यों नहीं मरते।।
पुरा देश रो रहा उन वीर जवानों की शहादत पर।
ये चंद गद्दार कभी सामने से वार क्यों नहीं करते।।
कबतक समझौते अमन चैन की उम्मीद करते रहे।
आतंक के रखवालों को नेस्तनाबूद क्यों नहीं करते।।
” रहस्य ” देवरिया