वही सूरज वही चाँद हैं
वही आकाश हैं , फिर क्या ही नया साल हैं
जो दिन चाहू नया बना लू
मेरे लिए वही अछूत काल हैं वही से नया साल हैं
वही सूरज वही चाँद हैं
वही आकाश हैं , फिर क्या ही नया साल हैं
जो दिन चाहू नया बना लू
मेरे लिए वही अछूत काल हैं वही से नया साल हैं