शुभकामनायें, मित्रवर
नववर्ष की हैं आपको,
आपके होंठों में खिलती
नित नयी लाली मिले,
गीत में संगीत में
अंतस व बाहर भीत में,
धर्म में भी कर्म में भी
नीति में और रीति में
नित नया उल्लास पाओ,
जिंदगी खुशहाल हो। ………….
……………..आप सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं
…… डा0 सतीश चन्द्र पाण्डेय, चम्पावत