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नागपंचमी

बेशक जहरीले होते हैं
फिर भी इनकी होती अर्चन।
कालव्याल से कालक्षेप हित
करते हम सब वन्दन।।
ऐसा धर्म सनातन अपना
जिसका न कोई शानी है।
‘विनयचंद ‘ संग सारी दुनिया
दिल से ये सब मानी है।।

नागपंचमी की बधाई

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