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पढ़ लेते हैं पन्ने जिंदगी के।

पढ़ लेते हैं पन्ने जिंदगी के,
जब हंसना हो या रोना हो।
अब भी उसी तरह दिखते हैं ,
वो बदलते ही नहीं ,
बीते वक्त के बाद भी।

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