प्रीत Ibn E ḳhumār 2 years ago प्रीत रोग के मारे दिल को हम को ये तो बताना था हम को .गम तो और भी हैं लेकिन इसी का .जमाना धा हम को ही पछताना धा इस के संग तो .फसाना धा लगता ये अ.फसाना है हम को तो पछताना है