झुकता है फलों से लदा
पेड़ सदा,
सूखा पेड़ तो
अकड़ता ही है,
अकड़ उसकी ना,
किसी काम की
ना कोई फल है,
ना छाया पथिक को,
आराम की..
*****✍️गीता
झुकता है फलों से लदा
पेड़ सदा,
सूखा पेड़ तो
अकड़ता ही है,
अकड़ उसकी ना,
किसी काम की
ना कोई फल है,
ना छाया पथिक को,
आराम की..
*****✍️गीता