बाद मुद्दत के नजर तुमसे मिल गयी है!
रहगुजर साँसों की फिर से खिल गयी है!
हरतरफ फैला है ख्वाबों का कारवाँ,
रोशनी प्यार की रूह से मिल गयी है!
Composed By #महादेव
बाद मुद्दत के नजर तुमसे मिल गयी है!
रहगुजर साँसों की फिर से खिल गयी है!
हरतरफ फैला है ख्वाबों का कारवाँ,
रोशनी प्यार की रूह से मिल गयी है!
Composed By #महादेव