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बीच भवर मैं तुने छोड़ा साथ हमारा ।

बीच भवर मैं तुने छोड़ा साथ हमारा ।
कभी याद आया कभी दिल को दुखाया ।
ओ जाना-2 कहाँ खोया-खोया जरा तो बताना ।
बीच भवर मैं तुने छोड़ा साथ हमारा ।।1।।

वफा की रंगी दुनिया में रंगा था हमारा घर-आँगन ।
अब सावन की झुला भी तेरे बिन लगे है सुना-सुना ।
अब तो जा झलक दिखा जा कहाँ है खोया-खोया ।
बीच भवर मैं तुने छोड़ा साथ हमारा ।। 2। ।

न मैं माँगु तुझसे अब कोई वो कसमें पुराना ।
तुम तो मुझे भुल चुकी पर मैं क्यूँ मजनूँ मारा-फिरता ।
सदा तेरे ख्यालों में, मैं क्यूँ खोया रहता ।
बीच भवर मैं तुने छोड़ा साथ हमारा ।।3।।
कवि विकास कुमार

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