बीती बातें Geeta kumari 3 years ago बीती बातों को याद कर, मत कुरेदना अपने घावों को। ह्रदय में ही रहने देना, अपने हृदय के भावों को । मरहम नहीं लगाती दुनियाँ, मरहम की मत करना आस। केवल ज़ख्म देखना चाहती है, नहीं करे दर्द का एहसास॥ ______✍गीता