बुद्धू जिन्हें कहती थी दुनियां
आश्चर्य है बाद में उन्हें पूजते हैं
दुनियां को छोड़ भागे जंगलों में
ऐसे भगोड़ों को सुनते ही नहीं
अनगिनत ही लोग पूजते हैं
बुद्ध जयंती हर वर्ष मनाते हैं
बुद्धुओं से दुनियां को सजाते हैं
प्रथाएं शुरू हुई जाने क्यूं कैसे
बुद्धत्व तक कोई कहां पहुंच पाते हैं