जन मन ने उत्साह सजाकर
भारतमाता के चरणों में
आज पुष्प अर्पित करके
गुंजायमान नारों से कर
राष्ट्रप्रेम की लहर जगाई,
जन-मन मे उमंग भर आई।
राष्ट्रपर्व पर सारा भारत
दिखा एकजुट रहा एकजुट
जिसे देखकर देश के दुश्मन की
भीतर नस नस थर्राई।
आजादी के नायक थे जो
दी सबको श्रद्धांजलि आज
शहीदों के योगदान यादकर
जन-जन की आंखें भर आईं।
यही रहे उत्साह हमेशा
राष्ट्रप्रेम यह बना रहे,
बुलंद रहे भारत का झंडा
उन्नति का पथ बना रहे।