#भारतीय_रेल
लोहे की खिड़की पे सिर रखकर,
सपनो को करीब से देखा है,
पहियों के रफ़्तार से,
अनुभव को भरपूर जीता है
इस तरह यादें समेटे सफर चलता जा रहा,
भारतीय रेल का ये साथ अनूठा
अब हमसे न भूला जा रहा,
-मनीष
#भारतीय_रेल
लोहे की खिड़की पे सिर रखकर,
सपनो को करीब से देखा है,
पहियों के रफ़्तार से,
अनुभव को भरपूर जीता है
इस तरह यादें समेटे सफर चलता जा रहा,
भारतीय रेल का ये साथ अनूठा
अब हमसे न भूला जा रहा,
-मनीष