भेद खोल दिया Janki Prasad (Vivash) 6 years ago “**भेद खोल दिया”** ^^^^^^^^^^^^^ भेद पायल ने दिल का खोल दिया , घुघरुओं ने भी क्या क्या बोल .दिया । बेखुदी बेसुधी तन मन की, सारी लाँघ गई , प्यार ने जिंदगी को , प्यारा सा , माहौल दिया । जानकी प्रसाद विवश