माँ राजेन्द्र मेश्राम-नील 4 years ago ममता का आँचल सर पर हरदम रख लेती है! मुझको ज्यादा देकर वो खुद कम रख लेती है! माँ से बढ़कर कोई नई है इस दुनियां में दूजा- सारी खुशियाँ देकर वो खुद गम रख लेती है! राजेन्द्र मेश्राम “नील”