मिलने से पहले इतना मत घबराया करो,
हर बात को यूँ मुझसे न बताया करो,
देखना है गर उस खुदा की रहमत तो,
सर ही नहीं दिल को भी तो झुकाया करो,
चुप रहकर ही चेहरे पर सब न दिखाया करो,
कुछ तो हवाओं के साथ उड़ाया करो,
अब इतना भी न हमको सताया करो,
सपनों में सही पर गले से तो लगाया करो।।
– राही (अंजाना)