मिल गया अंजाम मुझे तुमसे दिल लगाने का!
#दर्द मुझे होता है जैसे किसी परवाने का!
नाकामियों के आलम से परेशान हूँ मगऱ,
हौसला अभी बाकी है बेखौफ मुस्कुराने का!
Composed By #महादेव
मिल गया अंजाम मुझे तुमसे दिल लगाने का!
#दर्द मुझे होता है जैसे किसी परवाने का!
नाकामियों के आलम से परेशान हूँ मगऱ,
हौसला अभी बाकी है बेखौफ मुस्कुराने का!
Composed By #महादेव