मुक्तक Mithilesh Rai 7 years ago हो कर दूर तुमसे मैं जाऊंगा कहाँ? तेरे बिना मंजिल को पाऊंगा कहाँ? दर्द चुभ रहें हैं साँसों में महादेव, अश्कों को दामन में छुपाऊंगा कहाँ? मुक्तककार- #महादेव’ (मात्रा भार 22)