मेरे नसीब क्यों मुझको रुलाते रहते हो?
हरवक्त जिन्दगी को तुम सताते रहते हो!
नाकाम हो गया हूँ मैं हालात से लेकिन,
बेरहम सा बनकर क्यों तड़पाते रहते हो?
#महादेव_की_कविताऐं’
मेरे नसीब क्यों मुझको रुलाते रहते हो?
हरवक्त जिन्दगी को तुम सताते रहते हो!
नाकाम हो गया हूँ मैं हालात से लेकिन,
बेरहम सा बनकर क्यों तड़पाते रहते हो?
#महादेव_की_कविताऐं’