Site icon Saavan

मुक्तक

कुल्हड़ कि चुस्की कुछ याद दिलाती हैं,
दोस्तों कि दोस्ती साथ निभाती हैं,
महक मिट्टी कि वतन पर प्यार लुटाती हैं,
चाय कि चुस्की बचपन जवानी कि कहानी सुनाती हैं,

Exit mobile version