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मुक्तक

रो चुकी प्यार का रोना मैं
अब अपनी राह बदल लूँगी ,
बेवकूफी में तुझसे प्यार किया,
धोखे के बाद अकल लूँगी,
—— डॉ सतीश पांडेय

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