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मुक्तक

चुभेगा पांव में कांटा तो खुद ही जान जायेगा
जो दिल में दर्द पालेगा तड़प पहचान जायेगा |
किसी की आह चीखों को तवज्जो जो नही देता
जलेगा जब कदम अपना तपन वह जान जायेगा ||
उपाध्याय…

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