Site icon Saavan

मेरी तस्वीर से लेकर

 
मेरी तस्वीर से लेकर तक़दीर सब गर तय है
मेरे हिस्सें में पाप -पुण्य का खाता क्यूँ ?
राजेश’अरमान’
Exit mobile version