मेरी नजर में आप जो आए हुए हैं!
ख्वाब़ फिर से आरजू सजाए हुए हैं!
नहीं है कोई जाँम न मयकशी’ मेरी,
मस्तियों से आज हम डगमगाए हुए हैं!
Written By #महादेव
मेरी नजर में आप जो आए हुए हैं!
ख्वाब़ फिर से आरजू सजाए हुए हैं!
नहीं है कोई जाँम न मयकशी’ मेरी,
मस्तियों से आज हम डगमगाए हुए हैं!
Written By #महादेव