तू खोल खिड़की, कुछ लाया हूं तेरे लिए,
नाराज मत हो बहन, बस आया हूँ तेरे लिए,,
मैंने खरीदे है दीपक की रोशनी तेरे प्यार के,
आगन इससे सजाया हूं बहन बस तेरे लिए।
Rajjnneesh
I love my Pratibha didi
तू खोल खिड़की, कुछ लाया हूं तेरे लिए,
नाराज मत हो बहन, बस आया हूँ तेरे लिए,,
मैंने खरीदे है दीपक की रोशनी तेरे प्यार के,
आगन इससे सजाया हूं बहन बस तेरे लिए।
Rajjnneesh
I love my Pratibha didi