Site icon Saavan

मेरे जख्मों पर तुम मुस्कराना

मेरे जख्मों पर तुम मुस्कराना आँशू न बहाना
मुस्कराहट मरहम,आँशू नमकीन होते हैं।
** ” पारुल शर्मा ” **

Exit mobile version