ये एहसास भी क्या चीज है?
असत्य को सत्य में
तुरन्त बदल देती है ,
ये एहसास।
मन में आस्था जगे
तो दिल में भगवान
प्रकट करती है,
ये एहसास।।
एहसास हीं तो आस्था की बीज है।
ये एहसास भी क्या चीज है?
जब हर जीवों के दिल में
उतर जाते हैं और
हर जीवों का दिल में
एहसास होता है।
तभी तो दिल में
दया, धर्म, परोपकार
के भावों का
विश्वास के साथ
वास होता है।।
“विनयचंद “सब में खुद को देख वरना तू क्या चीज हैं ?
खुद को खुदा बनादे वो भाव भी अज़ीज़ है।
ये एहसास भी क्या चीज है? ये एहसास भी क्या चीज है?