ये दो मज़हब की लड़ाई नहीं है दोस्त राही अंजाना 6 years ago ये दो मज़हब की लड़ाई नहीं है दोस्त, यहाँ प्यार की शमशीर पर दो जानें लगी हैं।। राही (अंजाना)