रफ्ता रफ्ता Pragya 4 years ago रफ्ता-रफ्ता चलते जा रहे हैं मंज़िल की ओर….. खुशी तो बहुत है फकत इतना गम है हम भी तेरे जैसे होते जा रहे हैं…