“रिश्तों का यह मेला” Pragya 3 years ago फूलों से भी प्यारा लगता रिश्तों का यह मेला जिन रिश्तों ने मुझको पाला दिया जीवन को नया सवेरा कुछ रिश्ते दम घोंट रहे जो स्वार्थ की करते सवारी हैं जो देते हैं मुझे प्रेरणा हम उनके आभारी हैं।।