रिस्तों का ख़याल…… Ajnabi 6 years ago रिस्तों का ख़याल रखना ज़िन्दगी का उसूल हो जाता है के ये मोहोब्बत ही है साहीब, कभी कभी बेउसूल हो जाता है….!! देव कुमार