रुके कदम…. Ravi Bohra 5 years ago एक बार रुके कदम फिर चलने लगे उनकी रूह की आग में हम पिघलने लगे हाथ अगर होता उनका मेरे हाथ में तो जहान सारा बदल देता लेकिन अकेले ही गिरके हम समलने लगे एक बार रुके कदम फिर चलने लगे ……..!!!