रुलाता भी नहीं और खुश रहने भी नही देता।
ख्वाबो मे आने का वादा कर सोने नही देता।।
बड़े बे अदब और बेरहम है हमसफर मेरा।
दर्द देता है हंस कर पर मरहम नहीं देता।।
” रहस्य ” देवरिया
रुलाता भी नहीं और खुश रहने भी नही देता।
ख्वाबो मे आने का वादा कर सोने नही देता।।
बड़े बे अदब और बेरहम है हमसफर मेरा।
दर्द देता है हंस कर पर मरहम नहीं देता।।
” रहस्य ” देवरिया