लफ़्जों में ढ़लने लगी है जिंदगी मेरी anupriya sharma 8 years ago कोई अपना था जो खो गया जिंदगी में जो पास था जो दूर हो गया यादों के सहारे रह गयी है जिंदगी मेरी लफ़्जों में ढ़लने लगी है जिंदगी मेरी