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वह रहने वाली महलों में, मैं लड़का फुटपाथ का ।

वह रहने वाली महलों में, मैं लड़का फुटपाथ का ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
वह रखने वाली टच मोबाईल, मैं लड़का कीपैड वाला ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
वह पहनने वाली सांडिल है, मैं लड़का नंगे पाँव वाला ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
वह लड़की नयी ख्याल की, मैं लड़का पुराने ख्याल का ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
उसके पाँव पायल शोभे, मेरे पाँव सुने है ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
उसके हाथ कंगन शोभे, मेरे हाथ सुने है ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
उसके गले हार शोभे, मेरे गले सुने है ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
उसकी होंठ लिपस्टिक लगी,मेरे होंठ टूटी ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
उसकी चाल हिरणी जैसी, मेरा चाल धीमा है ।

उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
उसकी जुल्फें काली है , मेरे जुल्फ भूरे है ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
वह साँवली रंग की लड़की है, मैं लड़का भूरे रंग का ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
वह लड़की रईसजादी, मैं लड़का मुफ़लिसी का मारा हूँ ।
उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था ।
 विकास कुमार

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