Site icon Saavan

वीरों

तुम धरा सी धीरजता,
सूर्य सी तपन बन जाओ

आंच न देश पर आये,
चिंगारी हो,अगन बन जाओ

रोक दो आतंक को,
वीरो तुम प्रलय बन जाओ

बाँध कर सर पे कफ़न,
तुम तूफ़ान से टकरा जाओ

-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-

Exit mobile version