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वेदना

जीवन मेरा बहुत कठिन है,
पर ना चाहूं मुड़कर देखना |
रख ली है कुछ पुरानी यादे समेटकर,
ना चाहूँ उनको फेंकना |
झूठा मुखौटा लगाकर,
क्यों चाहते हो, जज्बातों से यूँ खेलना |
दिल दुख रहा, मन तड़प रहा,
किससे कहूं मै मन की वेदना |
तनो के तीर मारकर,
छोड़ दो मेरे दिल को यूँ भेदना |

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