वो जो हमसे नाराज बैठे है
नजरों को हमसे हरबार फ़ैर लेते है
लौट आती है सदाएं हमारी हर दफ़ा
क्यों जानकर हमारी जान लेते है
वो जो हमसे नाराज बैठे है (Poetry on Picture Contest)

वो जो हमसे नाराज बैठे है
नजरों को हमसे हरबार फ़ैर लेते है
लौट आती है सदाएं हमारी हर दफ़ा
क्यों जानकर हमारी जान लेते है