शहर वाले हो गए Pragya 3 years ago गाँव की गलियाँ और गाँव का सवेरा झिलमिल सितारे और कलियों का सेहरा बीतने लगीं अब तो शामे भी लम्बी बाजरे की रोटी और भिंडी अब तो जैसे जमाने हो गए ! अब हमें भी लगता है कि हम शहर वाले हो गए।