शाश्वत सौंदर्य प्रतिमा चौधरी 4 years ago तुम जो पड़े हो पीछे, चेहरे की सुंदरता के , वो अक्सर वक्त के बाद ढल जाती है, जाओ कभी अंदरूनी सौंदर्य के पीछे वो शाश्वत है हमेशा के लिए।