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शिकस्त-ऐ-पछतावा

सुना है वो फिर से हमें चाहने लगे है
आँखों से आंसू बहाने लगे है

झेल रहे है वो भी शिकस्त-ऐ-पछतावा
सुबह-ओ-शाम हमको बुलाने लगे है……………………………..!!

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