ऐसी क्या बात है सखी,
क्या हो तुम मुझसे नाराज सखी
करके चुनरी का ओला सखी,
क्यूं कर दिया अबोला सखी
ना कोई संदेश ना दूरभाष सखी,
आती है तेरी बहुत याद सखी
क्या मुझसे हुई कोई भूल सखी,
तेरा अबोला दे हृदय में शूल सखी
______✍️गीता
ऐसी क्या बात है सखी,
क्या हो तुम मुझसे नाराज सखी
करके चुनरी का ओला सखी,
क्यूं कर दिया अबोला सखी
ना कोई संदेश ना दूरभाष सखी,
आती है तेरी बहुत याद सखी
क्या मुझसे हुई कोई भूल सखी,
तेरा अबोला दे हृदय में शूल सखी
______✍️गीता