रात के सन्नाटा मुझसे कुछ कह रहा था
आज वो आंसू बनकर मेरी आँखों से बह रहा था
सौ तो गए थे मेरे सब चाहने वाले
बस वो ही अकेला मेरे साथ रो रहा था……..
रात के सन्नाटा मुझसे कुछ कह रहा था
आज वो आंसू बनकर मेरी आँखों से बह रहा था
सौ तो गए थे मेरे सब चाहने वाले
बस वो ही अकेला मेरे साथ रो रहा था……..