आप पर दो पंक्तियाँ
लिखना तो चाहता था,
लेकिन न लिख सकूँगा
थक सा गया हूँ दिन भर
आंखें हैं नींद पथ पर
अब कल सुबह लिखूंगा।
सपनों में शब्द चुनकर
रफ सी करूँगा कविता
जागूँगा जब सुबह को
बस आप पर लिखूंगा।
आप पर दो पंक्तियाँ
लिखना तो चाहता था,
लेकिन न लिख सकूँगा
थक सा गया हूँ दिन भर
आंखें हैं नींद पथ पर
अब कल सुबह लिखूंगा।
सपनों में शब्द चुनकर
रफ सी करूँगा कविता
जागूँगा जब सुबह को
बस आप पर लिखूंगा।